जमशेदपुर 18 अक्टूबर 2022
एएमयू एलुमनाई एसोसिएशन, जमशेदपुर ने करीम सिटी कॉलेज के प्रांगण में विगत संध्या "सर सैयद दिवस" बड़ी धूमधाम से मनाई जिसमें अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र विभिन्न क्षेत्र में कार्यरत उच्च अधिकारी, विद्वान, लेखक, कवि तथा समाजसेवी बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर महाविद्यालय के वातानुकूलित सभागार में एक सभा का आयोजन हुआ जिसमें मुख्य अतिथि अरका जैन यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ सैयद सफदर रजी थे तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर परवेज आलम सम्मिलित हुए। सभा में सर सैयद अहमद खान तथा उनके विचारों और कारनामों को याद किया गया। करीम सिटी कॉलेज अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष डॉ एस एम यहिया इब्राहीम ने नौशी गिलानी का यह शेर:
उस शहर में कितने चेहरे थे कुछ याद नहीं सब भूल गए
एक शख्स किताबों जैसा था वह शख्स जबानी याद रहा
पढ़कर सभा को प्रारंभ किया तथा पूरे कार्यक्रम का संचालन किया। एसोसिएशन के सचिव डॉ आले अली ने अतिथियो तथा उपस्थित लोगों के सम्मान में स्वागत भाषण दिया।
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में सर सैयद अहमद खान के इस कथन से अपनी बात प्रारंभ की कि "इल्म वही मुकम्मल होता है जहां दीन और दुनिया दोनों हो"। उन्होंने अपने संबोधन में कहा की सर सैयद अहमद खान के प्रति सच्ची श्रद्धा तब होगी जब हम समाज में और अपनी शैक्षणिक संस्थानों में वास्तविक शिक्षा प्राप्त करने की परंपरा स्थापित करेंगे। उनके बाद विशिष्ट अतिथि प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ परवेज आलम ने सभा को संबोधित करते हुए बड़ी पुरजोर बातें की। उन्होंने कहा कि सर सैयद उस महान व्यक्तित्व का नाम है जिसने अपनी कौम को उसका इतिहास याद दिलाया और उन्हें सोते से जगाया। उन्होंने अपने वक्तव्य में यह भी कहा कि एएमयू आबाद है तो हमारे अंदर शिक्षा भी आबाद है और हमारी सभ्यता भी आबाद है। अंतिम वक्ता के रूप में प्रो सैयद शमीम अहमद मदनी ने सभा को संबोधित किया और यह कहा कि हमारे लिए केवल इतना ही काफी नहीं है कि हम उन्हें याद कर ले॔ बल्कि हमारे लिए आवश्यक है कि हम उनकी तहरीक को आगे बढ़ाएं। इस अवसर पर उनकी उर्दू में लिखी हुई भूगोल की पुस्तक "अल-अर्थ" का विमोचन भी हुआ। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ मोहम्मद रेयाज ने अपने शुभ हाथों से अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान करते हुए सम्मान प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विशेष रुप से डॉ मोहम्मद जकरिया, शिब्ली फातमी, रजी नौशाद, बिलाल अहमद खान, कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रो खान के अतिरिक्त कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। श्रीमती सबीहा सलीम ने धन्यवाद ज्ञापन किया। सभा समाप्ति के बाद सभी लोग रात्रि भोज में शामिल हुए।