प्रेस विज्ञप्ति
करीम सिटी कॉलेज में बैतबाजी आयोजित हुई।
जमशेदपुर 21 मार्च 2023
करीम सिटी कॉलेज के सोसायटी फॉर प्रमोशन ऑफ आर्ट एंड कल्चर (स्पार्क ) द्वारा 21 मार्च 2023 को विश्व कविता दिवस के अवसर पर बैतबाज़ी का आयोजन किया | बैतबाजी मुख्य रूप से मौखिक खेल है और उर्दू गजल के शेरों की एक रोचक प्रतियोगिता है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं निर्णायक के रूप में शहर के प्रतिष्ठित शायर अनवर अदीब एवं उर्दू साहित्य के जानकार व कबीर मेमोरियल कॉलेज स्कूल के प्
प्रधानाध्यापक रिजवान औरंगाबादी उपस्थित रहे | साथ ही स्पार्क के संयोजक डॉ एसएम याहिया इब्राहिम ,गणित विभाग के प्रमुख मोहम्मद मोइज़ अशरफ,
हिंदी विभाग की शिक्षिका डॉ संध्या सिन्हा, इतिहास विभाग की शिक्षिका डॉ. तस्नीम कौसर ,उर्दू विभाग के पूर्व शिक्षक डॉ अहमद बद्र आदि उपस्थित रहे | बैत बाज़ी प्रतियोगिता में कुल 6 टीमों ने भाग लिया ।एवं इसे 3 राउंड में विभाजित किया गया |।प्रत्येक टीम से दो प्रतिभागी इस प्रतियोगिता में शामिल हुए | इसके बाद बैतबाज़ी प्रतियोगिता में शेर-ओ-शायरी का सिलसिला प्रारंभ हुआ | प्रथम राउंड में 6 में अधिकतम अंक पाने वाली 5 टीमें दूसरे राउंड में पहुंचीं एवं दूसरे राउंड में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली 3 टीमें अंतिम राउंड के लिए चुनी गयीं | तीनों राउंड में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन कर टीम इकबाल ने प्रथम स्थान एवं टीम फिराक ने द्वितीय स्थान हासिल किया | बैतबाजी में विजेता टीम इकबाल के प्रतिभागी असिया अंसारिया एवं इंजमाम अजीज को प्रथम पुरस्कार एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली टीम फिजाक के प्रतिभागी हारून सदफ एवं नफिया को स्मृति चिन्ह एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। सबसे श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागी के रूप में इंजमाम अजीज को पुरस्कृत किया गया | बैतबाज़ी का संचालन उर्दू विभाग के शिक्षक गौहर अजीज ने किया एवं अंत में सभी का धन्यवाद ज्ञापन स्पार्क के संयोजक डॉ.एस एम याहिया इब्राहीम ने किया एवं आने वाले दिनों में कला, साहित्य एवं संस्कृति को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रमों का आयोजन करने का वादा भी किया। इस प्रकार स्पार्क द्वारा आयोजित बैतबाज़ी का सफल रूप से समापन हुआ |
On 21st March 2023, Society for Promotion of Art and Culture,SPArC of Karim city college organized "Bait Baazi" an Urdu Poetry Competition in the campus auditorium.The event was aimed at encouraging students to explore their creativity and showcase their talent in Urdu poetry.
The competition was open to all students of the college. There were 3 rounds for the 6 teams consisting 2 participants each who presented their original compositions.
Host for the event was Md.Gauhar Aziz.
The judges for the competition were Mr.Rizwan Aurangabadi and Mr Anwar Adeeb who are renowned poets themselves. They evaluated the participants based on the content , their delivery, and their overall presentation.
The audience was mesmerized by the depth and beauty of the poetry presented by the students. The first prize was awarded to Team Iqbal (Asia Ansaria and Inzamam Aziz) the second prize was awarded to _Team Firaq (Haroon Sadaf and Nafiya ) The best performer was awarded to Inzamam Aziz
Principal of the college MD Riyaz along with the convenor of SPArC Dr. S.M Yahiya Ibrahim congratulated the winners and encouraged all the participants to keep up the good work. They also thanked the judges for their valuable time and effort in evaluating the participants.
The event was a huge success, and the college plans to organize more such competitions in the future. It provided a platform for students to express themselves and appreciate the beauty of Urdu poetry.
प्रेस विज्ञप्ति
करीम सिटी कॉलेज में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
जमशेदपुर 18 मार्च 2023
करीम सिटी कॉलेज के मास कम्युनिकेशन विभाग के तत्वाधान में आयोजित तीन दिवसीय संगोष्ठी का आज पहला दिन था। रेडियो प्रसारण के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में यह संगोष्ठी आयोजित की जा रही है जिस का विषय है : "रेडियो की दुनिया पर पुर्नदृष्टि"। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में श्री स्नेहाशीष सूर (सीनियर ब्रॉडकास्ट जनरलिस्ट एवं प्रेसिडेंट, प्रेस क्लब, वेस्ट बंगाल) उपस्थित हुए तथा श्री चिन्मय महतो (अध्यक्ष गाइड इंटरनेशनल रेडियो लिस्नर्स क्लब) अतिथि वक्ता के रूप में सम्मिलित हुए। श्री स्नेहाशीष सुर का विषय था-"भारत में रेडियो प्रसारण के प्रारंभिक दिन"। उन्होंने अपने विषय पर बात करते हुए भारत में रेडियो की प्रारंभिक स्थिति और सामाजिक स्तर पर उसके प्रति बनते हुए लोगों के रुजहान को प्रस्तुत किया। श्री चिनमय महतो के वक्तव्य का विषय था- "ये मेरा दीवानापन है"। उन्होंने मनुष्य के जीवन में रेडियो के महत्व और उसके लिए दीवानगी की हद तक बढती हुई लोकप्रियता को बड़े रोचक अंदाज में पेश किया। इस अवसर पर श्री शाहिद अनवर (इंटरनेशनल स्पोर्ट्स कमेंटेटर एवं वेटरन रेडियो ब्रॉडकास्ट, भारत) ने पावर प्रेजेंटेशन के द्वारा अपनी प्रस्तुति दी जिसका विषय था- "रेडियो: आवाज का सफर"। सभा में उपस्थित लोगों ने उनकी प्रस्तुति को सबसे ज्यादा पसंद किया। उन्होंने रेडियो के द्वारा आवाज के सफर को पेश करते हुए बताया कि आज से ठीक 100 साल पहले 1923 ई के जून में पहली बार मुंबई में रेडियो क्लब ने इसकी शुरुआत की। उसके 5 महीने बाद कोलकाता से रेडियो का प्रसारण शुरू हुआ। उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी ने पहली बार स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद 11 नवंबर 1947 को रेडियो के माध्यम से अपनी बात रखी थी। उन्होंने यह भी बताया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने रेडियो के माध्यम से ही जर्मनी से "तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा" का नारा दिया।
आज का कार्यक्रम सभी अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित करके प्रारंभ किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ मोहम्मद रेयाज ने स्वागत भाषण किया। डॉ नेहा तिवारी (प्रोफेसर इंचार्ज मास कम्युनिकेशन विभाग करीम सिटी कॉलेज) ने कन्वेनर के रूप में अपनी बात रखी तथा संगोष्ठी के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। संतुष्टि के प्रथम पाली के अंत में डॉ रश्मि कुमारी (मास कम्युनिकेशन विभाग करीम सिटी कॉलेज) ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इसके पश्चात विशेष सत्र की शुरुआत हुई जिसमें सर्वप्रथम विविध भारती राष्ट्रीय प्रसारण की सहायक निर्देशिका कार्यक्रम श्री रेणु चतुर्वेदी ने मुंबई से जुड़कर संकटकाल में विविध भारती के कार्यक्रमों की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे कोविड-19 विविध भारती लोगों के लिए मनोरंजन और ज्ञान दोनों का माध्यम बना इसके उपरांत अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ब्रॉडकास्टर श्री अनुपम पाठक लखनऊ से जुड़े। उन्होंने आकाशवाणी के माध्यम से भाषा के संस्कार और शुद्ध उपयोग पर जोर डाला रेडियो की भाषा परिष्कृत होने की वजह से भाषा सीखने का एक अच्छा माध्यम बन सकती है । इस विषय को अनुपम पाठक ने उदाहरण देकर समझाया। इसके बाद अर्जेंटीना से जुड़े प्रोफेसर व कम्युनिकेटर डॉ सरजिओ रिकार्डो ने अर्जेंटीना में अभी भी रेडियो प्रसारण में एएम की भूमिका और उपयोगिता पर प्रकाश डाला। मोरक्को मोरक्को के एक विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत डॉ मार्टिन गैंगसिंगर फ्रॉम से इस अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में जुड़े क्योंकि वहां एक वर्कशॉप में गए हैं । डॉ मार्टिन ने रेडियो में लोकप्रिय संगीत के अलावा क्लासिकल संगीत को शामिल करने की जरूरत पर बल दिया। चारों विषय विशेषज्ञों की सभी ने सराहना की।
भोजनावकाश के बाद कम से कम 13 शोध पत्र पढ़े गए जिनमें आर्का जैन विश्वविद्यालय, नेताजी सुभाष चंद्र विश्वविद्यालय,महिला विश्वविद्यालय, सेंट जेवियर कॉलेज, कोल्हान व रांची तथा अन्य स्थानों से आए हुए विद्वानों ने अपने शोध पत्र पढ़े। इनके अलावा कई शोधार्थियों ने विदेशों से जुड़कर अपने शोध ऑनलाइन पेश किए। यस संगोष्ठी बहुत ही रोचक और ज्ञानवर्धक रही। इस अवसर पर डॉ शालिनी प्रसाद, डॉ श्याम कुमार, सुमित कुमार, डॉ नील कुलसुम कुल्लू, डॉ डॉ सुशीला हांसदा, डॉ मुकुल भृंगराज, डॉ शाहबाज अंसारी, साकेत कुमार संजय प्रसाद डॉ इंद्रसेन सिंह, डॉ बी एन त्रिपाठी, डॉ अनवर शहाब,डॉ कौसर तस्लीम डॉ वसुंधरा राय डॉ फखरुद्दीन डॉ नज़री के अलावा महाविद्यालय के कई शिक्षक और बाहर से आए हुए लोग भारी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम को आयोजित करने में सैयद साजिद परवेज, सैयद शाहजेब परवेज तासीर शाही, बापी मुर्मू, तन्मय सोलंकी तथा जावेद का विशेष योगदान रहा।
https://www.thenewsframe.com/2023/03/blog-post_56.html
प्रेस विज्ञप्ति
करीम सिटी कॉलेज में गणतंत्र दिवस मनाया गया
जमशेदपुर 26 जनवरी 2023
प्रत्येक वर्ष की तरह इस साल भी करीम सिटी कॉलेज में गणतंत्र दिवस बड़ी शान-व-शौकत से मनाया गया। इस वर्ष साकची कैंपस में उर्दू विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो अहमद बद्र ने देश की आजादी की प्रतीक तिरंगा झंडा फहराया, उसे सलामी दी तथा सभा को संबोधित करते हुए स्वतंत्रता स्वाधीनता और गणतंत्र दिवस के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए। उससे पहले उन्होंने एनसीसी 17 बटालियन झारखंड से सलामी ली। मानगो कैंपस में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ मोहम्मद रेयाज ने देश का तिरंगा फहराया तथा सभा को संबोधित करते हुए स्वतंत्रता के वीर शहीदों को याद किया तथा संविधान निर्माता विद्वानों को श्रद्धा के शब्द अर्पित किए।
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करीम सिटी कॉलेज में मधुसूदन जयंती मनाई गई
जमशेदपुर 25 जनवरी 2023
करीम सिटी कॉलेज के बांग्ला विभाग ने आज मधुसूदन जयंती मनाई गई ।माकल मधुसूदन दत्त बांग्ला साहित्य के आधुनिक युग के प्रवर्तक माने जाते हैं। उनके द्वारा रचित मेघनाद वध ने काब्य बंगला काब्य जगत में एक नया मोड़ लाया। 1961 ई0 में रचित यह काव्य आज भी एक माइलस्टोन है और शायद हर विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल है। आज के इस कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डॉ बीएन त्रिपाठी ने अपने विचार व्यक्त किए। मधुसूदन दत्त द्वारा लिखित कविता का द्वितीय सेमेस्टर की छात्रा जया दत्ता द्वारा पाठ किया गया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन विभाग के अध्यापक ओमप्रकाश सिंह देव द्वारा दिया गया। इसमें विभाग के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया
I feel exulted to know that Miss. Shain Naz, a B.Com graduate of Karim City College is the overall topper in UG from Kolhan University, Chaibasa, and today on the 74th Republic Day, she received the certificate of the overall topper in UG session 2019-22 from the Hon'ble Vice Chancellor Prof.(Dr.) Gangadhar Panda. She has brought laurels of the Faculty of Commerce of Karim City College.
I hope she will do better endeavor in the future.
I wish for success in her life.
Dr. M. M. Nazri
HoD, Commerce, Karim City College Jamshedpur
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करीम सिटी कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग में फ्रेशर पार्टी
जमशेदपुर 12 जनवरी 2023
करीम सिटी कॉलेज के मनोविज्ञान स्नातकोत्तर विभाग में नए सत्र में नामांकन कराकर करीम सिटी कॉलेज के विद्यार्थी बनने पर विभाग के पुराने छात्र छात्राओं ने उनका स्वागत किया और उनके लिए प्रेशर पार्टी कॉलेज के ऑडिटोरियम में आयोजित किया। यह स्वागत समारोह स्नातक सेमेस्टर-2, स्नातक सेमेस्टर-4 और स्नातकोत्तर सेमेस्टर-2 के छात्र छात्राओं ने आयोजित किया। इस सभा में महाविद्यालय के शिक्षकों के अलावा मनोविज्ञान विभाग के विद्यार्थी बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए। मुख्य अतिथि के रूप में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ मोहम्मद रेयाज शामिल हुए जिनका स्वागत विभागाध्यक्ष डॉ फिरोज इब्राहिमी ने किया। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने अपने विचार व्यक्त किए तथा मनोरंजक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। नए विद्यार्थियों ने अपना परिचय देते हुए अपने पुराने साथियों का आभार व्यक्त किया।
प्राचार्य ने सभा को संबोधित करते हुए मनोविज्ञान की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहां कि दुनिया के प्रत्येक व्यक्ति का संबंध किसी न किसी रूप में मनोविज्ञान से है। कहा जा सकता है कि मनोविज्ञान मनुष्य के जीवन में उसका मार्गदर्शन करता है। यह एक ऐसा विषय है जिसमें योग्यता हासिल करके समाज की भरपूर सेवा की जा सकती है। रोजगार के दृष्टिकोण से भी आज हर विभाग में इसकी आवश्यकता है।
महाविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ बी एन त्रिपाठी ने भी विद्यार्थियों से बात की और उनका मार्गदर्शन किया। विभागाध्यक्ष डॉ फिरोज इब्राहिमी ने व्यक्तित्व विकास पर विस्तार पूर्वक बातें कीं। काउंसलिंग एंड गाइडेंस के प्रधान डॉ जकी अख्तर ने काउंसलिंग से संबंधित तथा राजनीति विज्ञान के अध्यक्ष डॉ अनवर शहाब ने शोध तथा व्यवहार पद्धति से संबंधित बातें कीं। उनके अलावा डॉ उधम सिंह और डॉ एस पंडा ने भी अपने संबोधन के द्वारा विद्यार्थियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन हादिया हुमायूं ने किया तथा रौशन ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
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करीम सिटी कॉलेज में मनाया गया राष्ट्रीय युवा दिवस
जमशेदपुर, 12 जनवरी 2023
विवाकानंद के जयंती पर नेहरू युवा केंद्र पूर्वी सिंहभूम एवं करीम सिटी कॉलेज के एनएसएस इकाई द्वारा कॉलेज कैम्पस में राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आरंभ प्रभात फेरी से कराया गया उसके उपरान्त दीप प्रज्ज्वलित कर स्वामी विवाकानंद को याद किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला खेल कूद पदाधिकारी अविनेश त्रिपाठी , करीम सिटी कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. मो. रेयाज , NYKS के अंजली कुमारी ( जिला युवा अधिकारी ) , आशीष जैन ( APA ) , एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. आले अली , एनएसएस समन्वयक सैयद साजिद परवेज तथा स्वयंसेवक निखिल कामती , शुभम , नम्रता , आयुष एवं अन्य स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
इसके बाद सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया तथा उनके स्वागत में एक स्वागत नृत्य किया गया
इस दौरान प्रधानाचार्य मो. रेयाज ने अतिथियों का स्वागत करते हुए युवाओं पर अपना विचारों को वयक्त किया तथा विद्यार्थियों द्वारा भाषण देकर स्वामी विवाकानंद के जीवनी को प्रकाशित किया गया।
इस कार्यक्रम का संचालन स्नेहा कुमारी के द्वारा किया गया।
Central Bureau of Communication (CBC), Ministry of Information and Broadcasting, Government of India, Jharkhand, Gumla in collaboration with the Department of Mass Communication, Karim City College, Jamshedpur is organizing a Three-Day Awareness Program/Photo Exhibition on ‘Azadi ka Amrit Mahotsav’, ‘Fit India Movement’, ‘G20’ and other relevant themes of the Central Government from 20th-22nd December, 2022 at Karim City College and the inauguration ceremony held on 20th December, 2022
Apart from the Photo Exhibition, the Four-Day Awareness Program will involve a number of competitions and activities.
प्रेस विज्ञप्ति
करीम सिटी कॉलेज में मानवीय मूल्य और साहित्य के विषय पर व्याख्यान आयोजित
जमशेदपुर 16 दिसंबर 2022
करीम सिटी कॉलेज की साहित्यिक तथा वैचारिक संस्था CAD (Centre for Academic Development) के तत्वाधान में एक व्याख्यान का आयोजन हुआ। यह कार्यक्रम अपराहन चार बजे संस्था के सचिव डॉ मोहम्मद जकरिया और प्राचार्य डॉ मोहम्मद रेयाज की मौजूदगी में फैकल्टी स्टडी में आयोजित हुआ जिसकी अध्यक्षता बांग्ला विभाग के अध्यक्ष तथा परीक्षा नियंत्रक डॉ बी एन त्रिपाठी ने की। व्याख्यान का विषय था- "मानवीय मूल्य और साहित्य " तथा वक्ता थे- हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ मोहम्मद फिरोज आलम। इस व्याख्यान सभा में कला, विज्ञान एवं वाणिज्य तीनों संकायओ के विभागाध्यक्षों, प्राध्यापकों तथा अन्य साहित्य प्रेमी बंधुओं ने उपस्थित रहकर कार्यक्रम वक्तव्य सुना।
सर्वप्रथम कैड की प्रभारी प्राध्यापिका डॉ संध्या सिन्हा ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया तथा निर्धारित विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जीवन में मूल्य वे मान और आदर्श होते हैं जिनकी कसौटी पर सत्य और उचित की जांच होती है। साहित्य और साहित्यकार समाज का दिग्दर्शक और सजग प्रहरी होते हैं और यह मानने में हमें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए कि भारतीय साहित्य की मानवीय मूल्यों की संरचना, संरक्षण तथा संवर्धन करने में प्रमुख भूमिका रही है। इसी के साथ उन्होंने मुख्य वक्ता को आमंत्रित किया।
मुख्य वक्ता डॉ मोहम्मद फिरोज आलम ने कहा कि मानवीय मूल्य मानव जीवन की वह आधारशिला है जिसका रक्षक साहित्य है। साहित्य का काम मानव मूल्यों का संवर्धन करना है। रचनाकार अपनी रचनाओं के माध्यम से इन्हीं मूल्यों को बनाए रखने का प्रयास करता है जिससे समाज का और देश का विकास संभव हो सके। जब मानवीय मूल्य ही न होंगे तो समाज निश्चित रूप से अराजकता की ओर चला जाएगा। साहित्य का काम मनुष्य को मनुष्य बनाए रखना और उसे मनुष्यता के चरम तक ले जाना है। अंत में हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ एससी गुप्ता ने साहित्यकारों की जिम्मेवारी तय करते हुए कहा कि उन्हें चाहिए के 'लिखो और बेेचो' की सोच से हटकर अपनी भावनात्मक रचनाओं को लोगों तक पहुंचाने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि साहित्य व्यापार नहीं है। साहित्य तो जीने और जिलाने का माध्यम है और हाथ में मशाल लेकर समाज की अगुवाई करने की एक जिम्मेवारी है।
इस अवसर पर प्राचार्य मोहम्मद रेयाज तथा सचिव महोदय ने भी संबोधन किया और डॉ फिरोज तथा डॉ संध्या सिन्हा को बधाई तथा आशीर्वाद दिए।
लगभग 1 घंटे के वक्तव्य के बाद प्रश्नोत्तर सत्र प्रारम्भ हुआ जिसके तहत कई शिक्षकों ने प्रश्न पूछे और डा फिरोज ने संतोषप्रद उत्तर दिए।
अंत में डॉ बसूधरा राय ने धन्यवाद ज्ञापन किया।