प्रेस विज्ञप्ति
करीम सिटी कॉलेज में स्नातकोत्तर के नवनामांकित छात्र-छात्राओं के लिए इंडक्शन आयोजित हुआ
जमशेदपुर 5 दिसंबर 2022
करीम सिटी कॉलेज ने अपने ऑडिटोरियम में स्नातक सत्र 2022'2024 के नवनामांकित छात्र-छात्राओं के लिए इंडक्शन मीटिंग का आयोजन किया। करीम सिटी कॉलेज में अंग्रेजी उर्दू, मनोविज्ञान रसायन विज्ञान, वाणिज्य गणित तथा मास कम्युनिकेशन में स्नातकोत्तर स्तर की पढ़ाई होती है। इस वर्ष बड़ी संख्या में छात्र छात्राओं ने एम ए के लिए करीम सिटी कॉलेज में नामांकन लिया है।
इंडक्शन मीटिंग 3:00 बजे अपराहन प्रारंभ हुई जिसमें कॉलेज की तरफ से अपने नए विद्यार्थियों का स्वागत किया गया। सभा का संचालन अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष डॉ एस एम यहिया इब्राहिम ने किया। सभी विषयों के विभागाध्यक्ष ने तथा मुख्य परीक्षा नियंत्रक ने सभा को संबोधित किया। सर्वप्रथम लाइब्रेरी इंचार्ज तथा गणित के विभागाध्यक्ष डॉ मोहम्मद मोइज अशरफ ने सभा को संबोधित किया और बताया कि हमारी लाइब्रेरी में हर तरह की पुस्तक के अतिरिक्त तमाम सुविधाएं उपलब्ध हैं। डॉ इंद्रसेन सिंह ने बच्चों को स्नातकोत्तर स्तर की पढ़ाई के महत्व की विवेचना की है। डॉ फिरोज इब्राहिमी ने मनोविज्ञान के साथ-साथ खेलों के क्षेत्र में मौजूद सहूलियत का जिक्र किय परीक्षा नियंत्रक डॉ बी एन त्रिपाठी ने पंजीयन तथा परीक्षाओं से संबंधित विस्तार पूर्वक जानकारी उपलब्ध कराई। डॉ यहिया इब्राहीम ने यहां के एनसीसी, एन एस एस, स्पार्क गाइडेंस एंड काउंसलिंग कोर्स तथा महिला प्रकोष्ठ के अलावा उन तमाम प्लेटफार्मस से विद्यार्थियों को अवगत कराया जिनकी स्थापना उनके व्यक्तित्व में निखार पैदा करने के लिए महाविद्यालय में की गई है।
अंत में प्राचार्य डॉ मोहम्मद रेयाज ने सभी प्राध्यापकों का परिचय कराया और यह सूचना दी कि स्नातकोत्तर के क्लासेस 7 दिसंबर से प्रारंभ हो जाएंगे। संचालक के धन्यवाद ज्ञापन के बाद कॉलेज तराना तथा राष्ट्रगान गाकर सभा की समाप्ति की गई।
प्रेस विज्ञप्ति
सूफीवाद के विषय पर आयोजित सेमिनार का अंतिम दिन
जमशेदपुर 2 दिसंबर 2022
करीम सिटी कॉलेज, अंग्रेजी स्नातकोत्तर विभाग तथा खुसरो फाउंडेशन, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित होने वाले सेमिनार का अंतिम दिन भी सफलता पूर्ण रहा। "सूफी साहित्य तथा भारतीय सांस्कृतिक बहुलता" के विषय पर होने वाले इस सेमिनार के दूसरे दिन दो तकनीकी सत्र ऑनलाइन आयोजित किए गए तथा एक सत्र ऑफलाइन आयोजित हुए। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में दिल्ली विश्वविद्यालय इतिहास विभाग के प्राध्यापक प्रो रजीउद्दीन अकील ने "सूफी साहित्य की समझ" के विषय पर विस्तार पूर्वक अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने सूफी साहित्य के विभिन्न स्रोतों का मूल्यांकन करते हुए बताया यह केवल हिंदी उर्दू और क्षेत्रीय भाषाओं में ही नहीं बल्कि सबसे ज्यादा सूफी साहित्य फारसी में मौजूद है। भारत में फारसी में सूफी साहित्य इतना लिखा गया जितना किसी अन्य देश नहीं यहां तक कि ईरान में भी नहीं लिखा गया।
पहला सत्र अपराहन 1:00 से 2:00 तक चला जो मौलाना आजाद ओपन उर्दू यूनिवर्सिटी,लखनऊ कैंपस के इंचार्ज डॉ हुमा याकूब की अध्यक्षता में संपन्न हुआ इस सत्र का संचालन प्रो साकेत कुमार ने किया। दूसरा सत्र 2:00 से 3:00 तक चला जिसकी अध्यक्षता निर्मल कॉलेज, रांची के इंग्लिश के विभागाध्यक्ष डॉ आफरीनुल हक खान ने की तथा संचालन डॉ नेहा तिवारी ने किया।
अंतिम ऑफलाइन सत्र 2:00 आयोजित किया गया। यह सत्र 2 घंटों का सत्र था जिसकी अध्यक्षता करीम सिटी कॉलेज दर्शनशास्त्र विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ अशरफ बिहारी ने की। इस सेमिनार में लगभग 20 पर्चे पढ़े गए ।
پریس ریلیز
کریم سٹی کالج میں منعقد سیمینار کا آخری دن
جمشید پور 2دسمبر 2022
کریم سٹی کالج کے پوسٹ گریجویٹ شعبہ انگریزی اور خسرو فاؤنڈیشن، نئی دہلی کے اشتراک سے منعقد ہونے والے سیمینار کا دوسرا دن بھی نہایت کامیاب دن ثابت ہوا۔ "تصوف اور ہندوستان کی تہذیبی تکثیریت" کے موضوع پر ہونے والے اس سیمینار میں دو سیشن آن لائن منعقد ہوئے جبکہ ایک سیشن کا انعقاد آف لائن ہوا۔ اس موقع پر بطور خصوصی مقرر دہلی یونیورسٹی کے شعبہ تاریخ کے پروفیسر رضی الدین عقیل نے "صوفی ادب کی افہام و تفہیم" کے موضوع پر ایک تفصیلی تقریر کی۔ انہوں نے صوفی ادب کے مختلف اقتدار اور ذرائع کا ذکر کرتے ہوئے فرمایا کہ صوفی ادب یہاں اردو، ہندی اور مختلف علاقائی زبانوں کے علاوہ فارسی بھی موجود ہے۔ بلکہ فارسی میں صوفی ادب اس قدر لکھا گیا جس قدر کسی دوسرے ملک بلخصوص ایران میں بھی نہیں لکھا گیا۔
آج کے سیمنار کا پہلا آن لائن سیشن ایک بجے منعقد ہوا جس کی صدارت مولانا آزاد اوپن اردو یونیورسٹی، لکھنئو کیمپس کے انچارج ڈاکٹر ہما یعقوب نے کی۔ دوسرا ٹیکنیکل سیشن دو بجے منعقد ہوا جس کی صدارت نرمل کالج، رانچی، شعبہ انگریزی کے صدر ڈاکٹر آفرین الحق خان نے کی اور تیسرا سیشن دو بجے آف لائن منعقد ہوا جس کی صدارت کریم سٹی کالج، شعبہء فلسفہ کے سابق صدر ڈاکٹر اشرف بہاری نے فرمائی اور اسی سیشن کے ساتھ اس تاریخی سیمینار کا اختتام ہوا۔اس سیمینار میں بیس مقالے پڑھے گئے۔
Runner up team of Badminton men of Karim City College Sakchi Jamshedpur, participating in Kolhan University Inter College Badminton men tournament 2022, org by GC Jain Commerce College, Chaibasa on 28.11.22 and 29.1122
जमशेदपुर 1 दिसंबर 2022
करीम सिटी कॉलेज के अंग्रेजी स्नातकोत्तर विभाग तथा खुसरो फाउंडेशन, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय (30 नवम्बर-1 दिसम्बर) राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किया जा रहा है जिसका विषय है- "सूफी साहित्य एवं भारतीय संस्कृति की बहुलता"।
यह सेमिनार अपने स्वरूप में ऐसा है कि जिस के कुछ भाग ऑफलाइन तथा कुछ भाग ऑनलाइन आयोजित किए जा रहे हैं। बुधवार संध्या 5:00 बजे करीम सिटी कॉलेज के ऑडिटोरियम में इस सेमिनार का मुख्य भाग आयोजित हुआ जिसमें मुख्य अतिथि खुसरो फाउंडेशन के चेयरमैन तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त स्कॉलर प्रोफेसर अख्तरुल वासे थे। तथा विशिष्ट अतिथि उर्दू के विद्वान तथा लेखक श्री फारुक अरगली। सेमिनार के इस मुख्य भाग में शहर के बुद्धिजीवी तथा साहित्यकार लोग बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए। सभा का संचालन सेमिनार के कन्वेनर डॉ एस एम यहिया इब्राहिम ने किया। स्वागत भाषण करीम सिटी कॉलेज के सचिव डॉ मोहम्मद जकरिया ने किया तथा विषय प्रवेश के तौर पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ मोहम्मद रेयाज ने सभा के सामने अपनी बात रखी। विशिष्ट अतिथि फारूक अरगली ने "भारत में धार्मिक बहुलता के बीच सूफी संतों की भूमिका" के विषय पर विस्तार से अपनी बात रखी। अंत में प्रोफेसर अख्तरुल वासे ने सभा को संबोधित किया और बहुत ही प्रभावी ढंग से अपनी बात रखी। उनके वक्तव्य का विषय था- "इस्लाम एक परिचय एवं यहां की एकता व सद्भावना के प्रति सूफियों का संदेश"
अपने विषय पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि भारत सूफी संतों का एक देश है और यहां सूफी संतों ने जिस संस्कृति की बुनियाद डाली उसके पक्षधर आज भी भारत में अल्पसंख्यक नहीं बल्कि बहुसंख्यक हैं। हमें चाहिए कि हम उनसे जुड़े। यदि ऐसा हुआ तो हमारे देश में धर्म और विचारों की विभिन्नता के बीच भी हमारी अस्ल संस्कृति जीवित रहेगी।
इस सभा से पहले पूर्वाहन 10:30 बजे सेमिनार का पहला सत्र ऑनलाइन आयोजित हुआ जिसमें मिर्जा गालिब कॉलेज के अंग्रेजी के विभागाध्यक्ष प्रो ऐन ताबिश ने आधार व्याख्यान दिया जिसका विषय था- "चिश्ती सूची साहित्य एवं भारत की साझा संस्कृति" इसके अलावा कई तकनीकी सत्र भी आयोजित किए गए। अंत में डॉ बासूधरा राय ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
پریس ریلیز
کریم سٹی کالج میں تصوف کے موضوع پر دو روزہ سیمینار
جمشید پور 1دسمبر 2022
خسرو فاؤنڈیشن، نئی دلی کے اشتراک سے کریم سٹی کالج کے پوسٹ گریجویٹ شعبہ انگریزی دو روزہ قومی سیمینار منعقد کر رہا ہے جس کا موضوع ہے- "صوفی ادب اور ہندوستان کی تہذیبی تکثیریت"۔
یہ سیمینار اپنی نوعیت کے اعتبار سے ایسا ہے کہ اس کی کچھ اہم نشستیں آف لائن اور کچھ آن لائن منعقد کی جارہی ہیں۔ یہ سمینار کل30 نومبر کو شروع ہوا جو آج یکم دسمبر کو اختتام پذیر ہوگا۔ کل شام پانچ بجے کریم سٹی کالج کے آڈیٹوریم میں میں اس کی اہم نشست منعقد کی گئی گی جس میں بحیثیت مہمان خصوصی بین الاقوامی شہرت یافتہ ماہر تعلیم اور خسرو فاؤنڈیشن کے چیئرمین پروفیسر اختر الواسع تشریف فرما ہوئے اور بطور مہمان اعزازی محترم فاروق ارگلی نے شرکت کی۔ اس اہم نشست میں شہر کے شعرا، ادیبا اور ادب نواز لوگوں کی ایک بڑی تعداد نے شریک فرما کر مستفید اور مستفیض ہوئی۔ سیمینار کے کنوینر ڈاکٹر یحیی ابراہیم نے پروگرام کی نظامت کی۔ کالج کے سیکرٹری ڈاکٹر محمد زکریا نے مہمان کا استقبال کیا اور پرنسپل ڈاکٹر محمد ریاض نے سیمینار سے متعلق ابتدائی کلمات پیش کیے۔ بعد ازاں فاروق ارگلی صاحب نے "ہندوستان کی مذہبی تکسیریت میں صوفیائے کرام کے کردار" کے عنوان سے اپنی تفصیلی گفتگو پیش کی۔ آخری اور اہم مقرر کی حیثیت سے پروفیسر اخترالواسع صاحب نے "اسلام ایک تعارف اور ہندوستان کی یکجہتی اور رواداری کے متعلق صوفیائے کرام کی تعلیمات" کے عنوان سے تقریر کرتے ہوئے فرمایا کہ ہندوستان صوفی سنتوں کا ملک ہے۔ ان لوگوں نے اس ملک کی تہذیب کی بنیاد جن تصورات پر رکھی ان کے طرفدار آج بھی یہاں اکثریت کے ساتھ موجود ہیں۔ ہمیں چاہیے کہ ہم ان سے جڑیں۔ اگر ایسا ہوا تو ہماری تہذیب ہمیشہ آباد رہے گی۔ نشست کے آخر میں ڈاکٹر باسو دھرا رائے نے خراج تشکر پیش کیا۔
اس سے قبل صبح ساڑھے دس بجے آن لائن افتتاحی اجلاس منعقد ہوا جس میں مرزا غالب کالج، گیا کے شعبہ انگریزی کے صدر ڈاکٹر عین تابش نے "چشتی صوفی ادب اور ہندوستان کی مشترکہ تہذیب" کے عنوان سے کلیدی خطبہ پیش کیا۔ اس کے علاوہ کئی ٹیکنیکل سیشن بھی منعقد ہوئے جن میں مختلف عنوانات سے کئی پرچے پڑھے گئے۔
प्रेस विज्ञप्ति
जमशेदपुर 28 नवंबर 2022
करीम सिटी कॉलेज के जूलॉजी विभाग के छात्र छात्राओं ने अपने विभागीय लैब में विज्ञान प्रदर्शनी 2002 का आयोजन किया जिसमें विद्यार्थियों ने अपनी पसंद से विभिन्न विषयों पर मॉडल बनाए और प्रस्तुत किए। इस प्रदर्शनी में विभाग के 80 छात्र छात्राओं ने भाग लिया। पांच पांच विद्यार्थियों पर आधारित 16 दलों ने 16 मॉडल प्रदर्शित किए। यह आयोजन विभागाध्यक्ष डॉ शशि प्रभा के निर्देशन में हुआ जिसके मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ मोहम्मद रेयाज थे। डॉ खुर्शीद अनवर खान, डॉ मोहम्मद मोइज अशरफ तथा डॉ तुफैल अहमद के तीन सदस्यीय निर्णायक दल ने निर्णय किया। उनके निर्णय के अनुसार को Haemodialysis को प्रथम स्थान, Hepatic Portal System को द्वितीय तथा Smart City के माॅडल को तृतीय स्थान मिला। विज्ञान प्रदर्शनी के मॉडल्स को देखने करीमिया ट्रस्ट के सचिव डॉ मोहम्मद जकरिया, प्रो अहमद बद्र तथा प्रो मोहम्मद ईसा के अलावा कई शिक्षक उपस्थित हुए और विद्यार्थियों की कला प्रदर्शनी को सराहा। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ मोहम्मद रेयाज ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपकी यह कलाकृतियां साबित करती हैं कि आप अपने विषय और अपने अपनी शिक्षा के प्रति सजग और निष्ठावान हैं। और मैं समझता हूं कि यही आप की सजगता आपको जीवन में सफलता प्रदान करेगी। आज की इस प्रदर्शनी में विभाग की शिक्षिका प्रो नुजहत जहां एवं प्रो सानिया तहरीम के अलावा मोहम्मद सादिक का विशेष योगदान रहा। इस प्रदर्शनी की सफलता के पीछे अनिकेत, निधि, नीतू, पूजा, अनामिका, जारा, सईफा इत्यादि छात्र-छात्राओं का विशेष परिश्रम सराहनीय रहा।
KCC Basketball Mens team and KCC Basketball Womens team won the first Prize at Kolhan University Intercollege basketball tournament organised by Tata College , Chaibasa on 22.11.2022